M.P. Samvida Shikshak Bharti 2018

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Samvida Shikshak

मध्यप्रदेश में अब 2017 शिक्षा सत्र में Samvida Shikshak की भर्ती की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है। सरकार अभी तक यह तय नहीं कर पाई है कि अतिथि शिक्षकों को कितने बोनस अंक दिए जाएं। बस इसी समस्या को लेकर परीक्षा को लगातार अटकाया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। इस पर फैसले के बाद भर्ती नियमों में बदलाव किया जाएगा। इस प्रक्रिया में 4 से 5 माह लगने के आसार हैं। यानी अब Samvida Shikshak की भर्ती नए चुनावी साल (2018) में ही होगी।

राज्य सरकार ने सन 2013 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले प्रदेश में Samvida Shala Shikshak की भर्ती की घोषणा की थी। भर्ती नियम तैयार करते-करते चुनाव भी हो गए| इसके बाद से सरकार दो बार नियम जारी कर चुकी है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड लगभग 3 बार परीक्षा की संभावित तारीखें घोषित कर चुका है, लेकिन भर्ती नहीं हो पाई|

इस बीच शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या 22 हजार से बढ़कर 41 हजार तक पहुंच गई| आखिरकार वित्त विभाग की आपत्ति के बाद कैबिनेट को 9 हजार 560 पद कम करने पड़े। अब 31 हजार 645 पदों पर भर्ती होना है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 41 हजार 218 शिक्षकों की कमी है।

सरकार 10 साल से सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे 75 हजार अतिथि शिक्षकों को खुश करने की कोशिश में लगी है। उन्हें Samvida Shala Shikshak भर्ती परीक्षा में बतौर बोनस 15 अंक दिए जाएंगे। यानी 100 अंक की परीक्षा में यदि 60 अंक लाना ज़रूरी होगा, तो अतिथि शिक्षकों को 45 अंक पर भी उत्तीर्ण माना जाएगा और वे Samvida Shikshak बनने के लिए पात्र हो जाएंगे।

जानकारी में आया है कि सरकार अब अतिथि शिक्षकों को 200 से 399 दिन पढ़ाने पर 5 अंक, 400 से 599 दिन पढ़ाने पर 10 और 600 या उससे अधिक दिन पढ़ाने पर 15 अंक देगी। जबकि 2015 के भर्ती नियमों में एक साल तक पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को पांच और उससे ज़्यादा साल पढ़ाने वाले को 15 अंक देने का प्रावधान किया गया था। इससे साल के दिनों की गणना में दिक्कत भी आ रही थी।

विभाग ने अतिथि शिक्षकों को बोनस अंक देने का संशोधित प्रस्ताव फ़िलहाल शासन को भेज दिया है। प्रस्ताव से मुख्यमंत्री सहमत हुए तो ही कैबिनेट में निर्णय होगा। फिर Samvida Shala Shikshak भर्ती नियमों में भी संशोधन किया जाएगा। सरकार नियमों को पारित करेगी। फिर पीईबी को परीक्षा के लिए लिखा जाएगा। पीईबी तारीख तय करेगी। तब कहीं परीक्षा होगी। रिजल्ट आने के बाद भर्ती प्रक्रिया जारी करने और फिर उम्मीदवारों के दस्तावेजों की परीक्षण में एक से डेढ़ महीना लगेगा । भर्ती नियमों में संशोधन कर रहे हैं। कितना समय लगेगा और क्या संशोधन किया जा रहा है, यह अभी बताया नहीं जा सकता है।