हाल ही में साइबर सिटी गुरुग्राम के प्रतिष्ठित निजी स्कूल Ryan International में शुक्रवार को दूसरी कक्षा के छात्र की गला काटकर हत्या कर दी गयी। हत्या का आरोप स्कूल के ही एक बस के कंडक्टर पर लगा है। सात साल के मासूम का शव स्कूल शुरू होने के महज 15 मिनट बाद टॉयलेट में मिला।
मृतक के पिता बिहार के मधुबनी जिले के रहनेवाले हैं और दिल्ली के एक गारमेंट कंपनी में क्वालिटी मैनेजर के पद पर हैं परिवार सोहना स्थिति मारूति कुंज इलाके में रहता है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कंडक्टर ने टॉयलेट में बच्चे के साथ जबरदस्ती की कोशिश की। स्कूल बस से छात्र सुबह 7.55 बजे पहुंचा था।
इसके केवल 15 मिनट बाद ही उसका शव टॉयलेट में पाया गया । शव के पास से चाकू भी बरामद किया गया है। गला कटा हुआ था। जांच में सामने आया है कि मासूम का गला रेतने के बाद हत्यारा बाथरूम की खिड़की से कूदकर भागा है। पुलिस को वहाँ सीमेंट टूटी हुई मिली है। संदेह के आधार पर नौ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी, इनमें स्कूल का माली और बसों के आठ ड्राइवर-कंडक्टर थे कड़ी पूछताछ में एक कंडक्टर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
उक्त मामले में Ryan International स्कूल प्रशासन की लापरवाही ही सामने आयी है। टॉयलेट के एरिया में सीसीटीवी नहीं था। स्कूल की सुरक्षा पर सवाल उठा है। यंहा सवाल ये है की क्या जितना बड़ा स्कूल स्कूल होगा, उतने ही बच्चे असुरक्षित होंगे ? क्या स्कूलों के केम्पस में भी बच्चों की सुरक्षा की जवाबदारी माता – पिता की ही होगी ? क्या ये बड़े -बड़े तथा मोटी – मोटी फीस वसूलने वाले स्कूल अपने केम्पस में भी आपके बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूक दिखाई दे रहे हैं ?
एक अन्य उदाहरण में 20 जनवरी 2016 को छह साल के बच्चे देवांश ककरोरा की वसंत कुंज Ryan International स्कूल में पानी की टंकी में डूबकर मौत हुई थी। मामले में प्रिंसिपल समेत चार लोगों गिरफ्तार हुए थे।
कुछ समय पूर्व मध्य प्रदेश के एक बड़े शहर के एक बड़े निजी स्कूल के स्विमिंग पूल में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई थी, जबकि स्कूल में 2 ट्रेनर थे । इस तरह के कितने ही प्रकरण है जिसमे बच्चों की कुछ न कुछ हानि हुई है किन्तु पैसो के दम पर रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हो पाई।
क्या हमारी सरकार इस और ध्यान दे पायेगी ? जल्द ही कुछ कठोर नियम बना कर ऐसे लापरवाह स्कूलों पर तथा सबंधित अपराधियों पर तत्काल कार्यवाही की जनि चाहिए ।