सरकारी स्कूल के बच्चो ने किया ऐसा कारनामा जानकर रह जायेंगे दंग

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सरकारी स्कूल

मध्यप्रदेश बोर्ड के १० वी व १२ वी कक्षा में सरकारी स्कूलों का परिणाम निजी स्कूलों से अच्छा रहा | अपितु पिछले वर्ष से इस वर्ष का परिणाम अच्छा नहीं रहा है १० वी कक्षा में आधे बच्चे भी पास नहीं हो पाए है इस वर्ष १० वी का परिणाम ४९.८६% रहा |  १२ वी कक्षा का परिणाम ६७.८६ % रहा | १० वी कक्षा में प्रावीण्य सूचि में ग्वालियर के देवप्रकाश मांझी प्रथम रहे जिन्हे ६०० में से ५८७ अंक मिले, अंचल संगीतरा रतलाम व जयंत पटेल होशंगाबाद ५८५ अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे ,सृजन श्रीवास्तव ग्वालियर व सुषमा राजपूत शाजापुर ने ५८३ अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया |

वंही १२ वी कक्षा में संयम जैन मेथ्स समूह टीकमगढ़ ने ५०० में से ४८५ अंक प्राप्त कर प्रावीण्य सूचि में प्रथम स्थान प्राप्त किया, दूसरे स्थान पर भी मेथ्स समूह के ही हिमांशु शर्मा मुरैना , मोईन खान मुरैना व अनिकेत अरोरा ग्वालियर ने ५८३ अंक प्राप्त कर दुसरा स्थान प्राप्त किया, राखी साहू बायो समूह होशंगाबाद ने ४८० अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया |  १२ वी कक्षा में मेरिट लिस्ट में ११८ बच्चो ने स्थान प्राप्त किया वंही १० वी कक्षा में ५८ बच्चो ने स्थान प्राप्त किया |

चौकाने वाला तथ्य यह रहा की दसवीं में सरकारी स्कूलों के ५८.९८% विद्यार्थी पास हुये जबकि निजी स्कूलों से ४७.४६% बच्चे ही पास हो पाए है , इसी तरह १२ वी कक्षा में भी सरकारी स्कूलों के ७०.७०% बच्चे पास हुए जबकि निजी स्कूलों से ६४.३६% बच्चे पास हुए | इंदौर जैसे बड़े शहर का कोई भी बच्चा १० वी  की मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना पाया है जबकि छोटे शहरो के सरकारी स्कूलों से कई बच्चो ने मेरिट में जगह प्राप्त की है , मेरिट लिस्ट में सरकारी स्कूलो का % निजी स्कूलों से अधिक रहा |

जिन बच्चो का परीक्षा परिणाम सही नहीं आया है वो बच्चो निराश ना हो और अगले वर्ष की तैयारी मे जुट जाए| किन्तु कई बच्चो का परीक्षा परिणाम सही नहीं होने पर उन बच्चो ने आत्मह्त्या कर ली परन्तु आत्मह्त्या कोई हल नहीं होता और परिणाम नियति का निधान होता है जो बच्चे मेरिट में आए है उनसे सीख लेकर पढाई का संकल्प ले और सफलता की और मार्ग प्रसस्त करे |

5 COMMENTS

  1. मेरा उन पलकों से अनुरोध है जीन के बच्चे १० वी और १२ वी मे पास नहीं हो सके उन बच्चो का अधिक ध्यान रखना हो गया

  2. हम सब लोगो को सरकारी स्कूल के बच्चो पर गर्व है.

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